Jharkhand Weather Alert: झारखंड में इस बार मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 25 नवंबर से राज्य में तापमान में गिरावट आने लगेगी और ठंड बढ़ने के साथ कनकनी भी बढ़ेगी। इस बदलाव के कारण लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल, राज्य के कई इलाकों में आंशिक बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी की भी संभावना है, हालांकि बारिश की संभावना कम बताई गई है।
आंशिक बादलों और हल्की बूंदाबांदी का असर
मौसम विभाग के अनुसार अगले 2-3 दिनों तक झारखंड के कई क्षेत्रों में आंशिक बादलों का प्रभाव बना रहेगा। कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है, जो मौसम को ठंडा करने में सहायक होगी। हालांकि, इस बारिश का अनुमान बहुत अधिक नहीं है। यह आंशिक बादल और बूंदाबांदी आने वाले ठंड के लिए शुरुआती संकेत माने जा रहे हैं। बादलों की वजह से दिन के समय का तापमान सामान्य से थोड़ा नीचे रह सकता है, जिससे लोगों को ठंड का एहसास पहले से ज्यादा होगा।

25 नवंबर से आएगी ठंड में बढ़ोतरी
25 नवंबर के बाद झारखंड के तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही ठंडी हवाएं भी तेज हो जाएंगी और ठिठुरन बढ़ेगी। यह अचानक ठंड के बढ़ने का दौर होगा, जिससे खासतौर पर बुजुर्गों और बच्चों को सावधानी बरतनी होगी। मौसम विशेषज्ञों ने कहा है कि इस दौरान लोग गर्म कपड़े पहनने और बाहर निकलते समय खुद का खास ध्यान रखें। घरों में बच्चों और बूढ़ों को गर्म रखने की व्यवस्था करनी होगी ताकि वे सर्दी से प्रभावित न हों।
मौसम विभाग की महत्वपूर्ण चेतावनी
मौसम विभाग ने राज्यवासियों से अपील की है कि वे मौसम के पूर्वानुमान पर लगातार नजर रखें और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति के लिए तैयार रहें। फिलहाल किसी बड़े मौसम अलर्ट की आवश्यकता नहीं है, लेकिन ठंड के अचानक बढ़ने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए समय-समय पर मौसम अपडेट लेना जरूरी है। विभाग ने यह भी कहा है कि आवश्यकतानुसार स्थानों पर राहत और बचाव कार्यों को तैयार रखा जाएगा।
लोगों के लिए सुझाव और सावधानियां
इस ठंड के मौसम में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े, कंबल और ताजी भोजन की व्यवस्था जरूरी है। साथ ही, बाहर निकलते समय अधिक देर न रहें और रात में अच्छे से सोएं। अगर कहीं बूंदाबांदी होती है तो गलियों और सड़कों पर फिसलन का खतरा रहता है, इसलिए सावधानी से चलें। इसके अलावा, ठंड के कारण वायरल और सर्दी-जुकाम के रोग बढ़ सकते हैं, इसलिए व्यक्तिगत स्वच्छता और स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना होगा।

