Jharkhand News: हैदर्नगर थाना क्षेत्र के कुखी टोला मुगलजान में गुरुवार देर रात हुई एक भयावह डकैती ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। क्षेत्र में बढ़ती हुई अपराध की घटनाओं के बीच इस डकैती ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 15 हथियारबंद अपराधियों ने एक शिक्षक दंपत्ति को चार घंटे तक बंधक बनाकर उनके घर को तहस-नहस कर दिया। इस घटना ने गांव वालों के मन में भय और असुरक्षा की भावना जगा दी है।
घटना कैसे हुई: जानिए पूरी कहानी
मुगलजान के निवासी 45 वर्षीय मृत्युञ्जय मेहता, जो सरस्वती शिशु मंदिर जलपा में शिक्षक हैं, और उनकी पत्नी अनिता देवी, एक पैरा-शिक्षिका हैं, लगभग रात 11 बजे सो गए थे। इसी बीच मृत्युञ्जय मेहता टॉयलेट जाने के लिए उठे तो छत पर कुछ कदमों की आवाज सुनाई दी। लौटते समय उनका सामना एक डकैत से हो गया। इसी बीच चार अन्य अपराधी घर में दाखिल हो गए और बाकी बाहर पहरा दे रहे थे।

अपराधियों का निर्दयाना आतंक
इन अपराधियों के पास पिस्तौल, चाकू और लोहे के रॉड थे। उन्होंने शिक्षक दंपत्ति को बुरी तरह पीटा और पिस्तौल दिखाकर धमकाया। फिर उन्होंने घर के हर कोने, बक्से, बैग और अलमारी की तलाशी ली और जेवरात, नकद और अन्य कीमती सामान लूट लिए। अपराधी लगभग चार घंटे तक घर में आतंक फैलाते रहे। उन्होंने बार-बार चाबियां और नकदी की मांग की। यहां तक कि परिवार के रसोइए को खाना बनाने को भी कहा गया। यह पूरी घटना रात 11 बजे शुरू होकर सुबह 3 बजे तक चली। अंत में अपराधियों ने हत्या की धमकी दी और फरार हो गए।
प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल
घटना की जानकारी मिलने पर हैदर्नगर थाना प्रभारी अफज़ल अंसारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की। बाद में डीएसपी एस मोहम्मद याकूब भी कुखी पहुंचे और पीड़ित दंपत्ति से पूछताछ की। हालांकि, गांव वालों में प्रशासन की कार्रवाई को लेकर भारी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि एक सामान्य परिवार को निशाना बनाना सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है। अपराधियों का निर्भीक रात भर इलाके में घूमना और चार घंटे तक घर में उत्पात मचाना पुलिस की गश्त पर सवाल खड़े करता है।
गांव वालों की मांगें और भविष्य की आशंकाएं
ग्रामीणों ने तत्काल गिरफ्तारी, रात की गश्त बढ़ाने और इलाके में अपराधियों की गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। गांव में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है। लोग चाहते हैं कि पुलिस प्रशासन इस घटना को गंभीरता से लेकर क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इस घटना ने पूरे इलाके में कानून व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर किया है और प्रशासन की जवाबदेही पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।

