Jharkhand News: धनबाद जिले में रेलवे और सड़क विभाग के बड़े विकास कार्यों के लिए 10 एकड़ से अधिक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला भूमि अधिग्रहण कार्यालय ने इस संबंध में आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। अधिग्रहित भूमि पर रेलवे द्वारा फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा, जबकि सड़क विभाग इस क्षेत्र की सड़क चौड़ीकरण का कार्य करेगा। अधिग्रहित की जाने वाली भूमि के संबंध में खरीद-फरोख्त पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है ताकि प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी हो सके।
गोमोह में रेलवे का फ्लाईओवर निर्माण प्रोजेक्ट
भारतीय रेलवे वर्तमान में गोमोह, टोपचान्ची ब्लॉक में डाउन लाइन निर्माण कार्य कर रहा है। इसी परियोजना के अंतर्गत लगभग 7.58 एकड़ भूमि पर एक लंबा फ्लाईओवर बनाया जाएगा। भूमि अधिग्रहण कार्यालय के अनुसार, इस फ्लाईओवर के लिए टोपचान्ची के बरवादिह गांव में 3.64 एकड़, लोड़वादिह में 1.09 एकड़, गुंघसा में 1.98 एकड़ और महाथाढ़िह में 0.86 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जाएगी। यह फ्लाईओवर क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के साथ ट्रैफिक की समस्या को भी कम करेगा।

नवाडीह-लक्ष्मीपुर सड़क चौड़ीकरण का काम
रेलवे प्रोजेक्ट के साथ ही सड़क निर्माण विभाग नवाडीह डाक बंगला से टोपचान्ची होकर भेन्द्रा और गोमोह होते हुए लक्ष्मीपुर तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी कर रहा है। इस परियोजना के लिए कुल 2.75 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। यह सड़क कुल 11.53 किलोमीटर लंबी है और चौड़ीकरण से यात्रियों के लिए सफर और सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगा। इस सड़क विकास से स्थानीय आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
भूमि अधिग्रहण पर लगी रोक और प्रक्रिया की पारदर्शिता
अधिग्रहण कार्य के दौरान स्थानीय जमीनों की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह कदम संभावित अतिक्रमण और विवादों को रोकने के लिए उठाया गया है। भूमि अधिग्रहण कार्यालय इस प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है। अधिग्रहित भूमि के उचित मुआवजे के लिए भी जल्द ही कार्यवाही शुरू होगी, जिससे प्रभावित किसानों और जमीन मालिकों को न्याय मिले।
धनबाद जिले के विकास में बड़ी भूमिका
रेलवे फ्लाईओवर और सड़क चौड़ीकरण जैसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट धनबाद जिले के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। इन परियोजनाओं से न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि व्यापार, रोजगार और सामाजिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। यह कदम जिले को और अधिक समृद्ध और विकसित बनाने की दिशा में एक अहम पहल साबित होगा।

