Jharkhand News: शनिवार की शाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा देवघर के एम्स पहुंचे। उनका मुख्य उद्देश्य एम्स की आपातकालीन सेवाओं का जायजा लेना था। उन्होंने हड्डी रोग विभाग में भर्ती मरीजों से भी मुलाकात की और उनकी सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की। इसके अलावा उन्होंने एम्स के अधिकारियों के साथ एक बैठक की जिसमें संस्थान की उपलब्धियों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा हुई। जेपी नड्डा ने छात्रों, चिकित्सकों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए देवघर एम्स से अपने पुराने संबंधों का जिक्र किया और इसे अपने लिए सौभाग्य की बात बताया।
देवघर एम्स की स्थापना और विकास की कहानी
जेपी नड्डा ने बताया कि देवघर एम्स की स्थापना के पीछे स्थानीय सांसद डॉ. निशिकांत दुबे की भूमिका अहम रही है। सांसद ने 2018 में इस योजना की मांग की थी और उसी साल कैबिनेट ने इसे मंजूरी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑनलाइन शिलान्यास करके एम्स की नींव रखी थी। कोरोना काल में 2022 में इस अस्पताल ने अपना काम शुरू किया। जेपी नड्डा ने कहा कि देवघर से उनका विशेष नाता है और जीवन भर यह संबंध बना रहेगा। उन्होंने एम्स में ट्रामा सेंटर खोलने की भी घोषणा की, जो जल्द ही शुरू होगा और इससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।

मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं और मुफ्त जांच की सुविधा
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि देवघर एम्स में अब हर तरह की जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही 300 रुपये से कम कीमत वाली सभी जांचों को मुफ्त करने का निर्णय लिया गया है जिससे गरीब मरीजों को राहत मिलेगी। उन्होंने एम्स निदेशक को साल में चार बार डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की भर्ती के लिए साक्षात्कार आयोजित करने के निर्देश भी दिए ताकि अस्पताल में स्टाफ की कमी दूर हो सके। इससे यहां की सेवा गुणवत्ता और बेहतर होगी तथा मरीजों को उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
मेडिकल शिक्षा और छात्रों को सेवा का संदेश
अपने संबोधन में जेपी नड्डा ने मेडिकल छात्रों को शिक्षा का अधिकार समझने के बजाय इसे एक विशेष सुविधा मानने की बात कही। उन्होंने बताया कि एक डॉक्टर बनने में सरकार करोड़ों रुपये खर्च करती है और छात्रों को इसके लिए समाज को कुछ लौटाना चाहिए। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे केवल पद पाने की चाह में न रहें, बल्कि पद पर बने रहकर समाज के लिए कार्य करें। डाक्टरों की ड्यूटी कठिन होती है, कई बार 36 घंटे बिना आराम के काम करते हैं। उन्होंने छात्रों को तनाव के बजाय मस्ती में काम करने और अपने कार्य का आनंद लेने की सलाह दी ताकि वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
सांसद निशिकांत दुबे का भावुक बयान और जेपी नड्डा के प्रति आभार
देवघर के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने भी अपने संबोधन में बताया कि देवघर एम्स से उनका गहरा व्यक्तिगत संबंध है। उन्होंने बताया कि उनकी बहन की उचित इलाज न मिलने की वजह से मौत हो गई थी, और तभी उन्होंने बेहतर स्वास्थ्य सेवा के लिए प्रयास करने का मन बनाया था। उन्होंने जेपी नड्डा का धन्यवाद किया कि उन्होंने उनकी मांग को स्वीकार कर देवघर में एम्स स्थापित किया। सांसद ने कहा कि आज पूरा परिवार यहां बेहतर इलाज के लिए आ सकता है, और यह एम्स उनकी बहन के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

