Dhanbad Gas Leak: धनबाद के केन्दुआड़ी कोलियरी के राजपूत बस्ती इलाके में जहरीली गैस रिसाव की घटना के बाद राहत एवं बचाव कार्य तीव्र गति से जारी हैं। कोयला मंत्रालय, बीसीसीएल और धनबाद जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत पहुंचाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। स्थानीय अधिकारियों की टीम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है ताकि और ज्यादा जानमाल के नुकसान को रोका जा सके। प्रशासन ने प्रभावित लोगों के लिए मेडिकल सुविधाओं का इंतजाम किया है और आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा रही है।
गैस रिसाव से दो लोगों की मौत, प्रबंधन स्तर पर सख्त कदम
घटना के कारण दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, कोयला मंत्रालय ने प्रबंधन स्तर पर सख्त कार्रवाई की है। पुतकी क्षेत्र के जनरल मैनेजर गणेश चंद्र शाह को निलंबित कर दिया गया है। यह निर्णय भारत सरकार के कोयला सचिव, विक्रम देव दत्त के निर्देशानुसार लिया गया है। हालांकि, शाह को ट्रांसफर नहीं किया गया है और वह पुतकी क्षेत्र में ही रहकर विभागीय कार्यों की देखरेख करेंगे। बीसीसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है।

पुतकी-बलीहारी क्षेत्र में नया जनरल मैनेजर नियुक्त
प्रबंधन में फेरबदल करते हुए, मुख्यालय में पदस्थ जी. महेता को पुतकी-बलीहारी क्षेत्र का नया जनरल मैनेजर नियुक्त किया गया है। इस बदलाव की जानकारी भी बीसीसीएल के एक वरिष्ठ निदेशक ने दी है। इसके अलावा, राहत कार्यों को तेज करने और स्थिति पर कड़ी नजर रखने के लिए पांच अन्य जनरल मैनेजरों को भी इस क्षेत्र में तैनात किया गया है। इस कदम से राहत और बचाव कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से संचालित करने की उम्मीद जताई जा रही है।
प्रभावित 28 लोगों का बीसीसीएल में इलाज, वैज्ञानिकों की मदद ली जा रही है
अब तक जहरीली गैस रिसाव से प्रभावित 28 लोगों का इलाज बीसीसीएल के अस्पताल में किया जा चुका है। बीसीसीएल के CMD मनोज कुमार अग्रवाल ने कहा कि प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। साथ ही, इस गंभीर घटना की जांच और प्रभावी नियंत्रण के लिए आईआईटी (ISM) के वैज्ञानिकों और अन्य विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है। इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है जो केन्दुआड़ी क्षेत्र की स्थिति को लगातार मॉनिटर कर रही है।
गंभीर हालात में प्रशासन की सक्रियता और आगे के कदम
गैस रिसाव की यह घटना क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। हालांकि प्रशासन और कोयला मंत्रालय ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं, परंतु स्थानीय जनता में अभी भी चिंता और भय व्याप्त है। राहत कार्यों के साथ-साथ सुरक्षा उपायों को भी बढ़ाया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। प्रशासन ने प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता देने के साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाया है ताकि वे सावधानी बरतें। अधिकारियों का मानना है कि जल्द ही स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी।

