Jharkhand Weather Update: राजधानी रांची और उसके आसपास के जिलों में अब कनकनी यानी ठंडी हवाओं का असर बढ़ने लगा है। खासकर अहले सुबह और देर रात का समय बेहद ठंडा होने लगा है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लगातार गिरता हुआ तापमान ठंड की तीव्रता को बढ़ा रहा है। मौसम की इस बदलाव ने दैनिक जीवन पर भी असर डाला है और लोग घरों में ज्यादा समय बिताने को मजबूर हो रहे हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची का पूर्वानुमान और यलो अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों में राज्य में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। लेकिन इसके बाद 8, 9, 10 और 11 दिसंबर को तापमान में करीब दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है। हालांकि, पलामू, गढ़वा, चतरा और लातेहार जैसे उत्तर पश्चिमी जिलों के अलावा रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी जैसे मध्यवर्ती क्षेत्रों में कहीं-कहीं शीतलहर का प्रभाव महसूस किया जाएगा। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है ताकि लोग आवश्यक सावधानी बरत सकें।

राज्य में तापमान के उतार-चढ़ाव का दौर जारी
पिछले 24 घंटे में पूरे राज्य का मौसम शुष्क बना रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में काफी अंतर देखा गया। गोड्डा में अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि गुमला में न्यूनतम तापमान मात्र 3 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी रांची में अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि ठंड में उतार-चढ़ाव का यह दौर अगले एक सप्ताह तक बना रहेगा और तापमान में गिरावट जारी रहेगी।
मैकलुस्कीगंज में प्रचंड ठंड, न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक गिरा
मैकलुस्कीगंज क्षेत्र में भी ठंड ने अपना प्रकोप बढ़ा दिया है। वहां लगातार चल रही ठंडी हवाओं और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण तापमान बेहद नीचे गिर गया है। इस क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 4 से 4.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है, जबकि अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खास बात यह है कि शनिवार को यहां गोर्डन गेस्टहाउस में सुबह करीब 5.58 बजे तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस मापा गया, जो इस ठंड की तीव्रता को दर्शाता है।
ठंड के कारण जीवन प्रभावित, लोग घरों से देर से निकलते हैं
हरहु और कारीटांड जैसे इलाकों में ठंड के कारण पुआल पर ओस की बूंदें जमने लगी हैं। शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा छा जाता है और लोग ठंड की वजह से घरों से बाहर आने में भी हिचकते हैं। सुबह के समय लोग घर से देर से निकलते हैं क्योंकि ठंड काफी तेज हो जाती है। स्थानीय लोग मानते हैं कि आने वाले दिनों में तापमान और भी नीचे गिरने की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ेगी। ऐसे में सभी को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने और गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है।

